पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करने के बाद आज दिग्विजय सिंह भी सामने आ गए. दिग्विजय सिंह ने भगवान राम को आस्था का केंद्र बताया है.
भोपाल. पांच अगस्त को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर जहां बीजेपी देश भर में राममय माहौल बनाने की कोशिश में है, वहीं कांग्रेस ने भी राम भक्ति को दिखाना तेज कर दिया है. एमपी कांग्रेस ने प्रदेश के 27 विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले अपने हिंदुत्व कार्ड को चलना शुरू कर दिया है. एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करने के बाद आज दिग्विजय सिंह भी सामने आ गए. दिग्विजय सिंह ने भगवान राम को आस्था का केंद्र बताया है. साथ ही दिग्विजय सिंह ने इस बात की आकांक्षा जताई है कि जल्द से जल्द एक भव्य मंदिर अयोध्या राम जन्म भूमि पर बनना चाहिए और रामलला को वहां विराज होना चाहिए.
हालांकि, दिग्विजय सिंह ने भव्य राम मंदिर निर्माण का सपना पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का बताते हुए लिखा है कि राजीव गांधी भी यही चाहते थे. हालांकि, 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर शुभ मुहूर्त को लेकर सवाल उठाए हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा है कि देश में 90 फ़ीसदी हिंदू ऐसे हैं जो मुहूर्त, ग्रह दशा, ज्योतिष, चौघड़िया, धार्मिक विज्ञान को मानते हैं. लेकिन मैं तटस्थ हूं, इस बात पर कि 5 अगस्त को शिलान्यास का कोई मुहूर्त नहीं है. यह सीधे-सीधे धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ है. दिग्विजय सिंह ने अपनी रामभक्ति को दिखाते हुए कहा है कि रामचंद्र को केवल प्रेम प्यारा है, जो जानने वाला हो वह जान ले.
राम मंदिर को लेकर माहौल बनाने का काम हो रहा है
वहीं, एक दिन पहले कमलनाथ के राम भक्ति दिखाने पर एमपी कांग्रेस ने किया ट्वीट किया है.और कमलनाथ को हनुमान भक्त बताते हुए पूर्व की कमलनाथ सरकार में हुए फैसलों पर कहा है कि जो कहते हैं उससे ज्यादा ही करते हैं, कमल नाथ. एमपी कांग्रेस ने पूर्व की कांग्रेस सरकार में महाकाल ओमकारेश्वर मंदिर के विकास, राम वन गमन, गौशाला निर्माण, ओम सर्किट, शिप्रा की सफाई, नर्मदा का संरक्षण और पुजारियों का मानदेय बढ़ाए जाने का भी जिक्र किया है. पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्यक्रम से पहले देशभर में राम मंदिर को लेकर माहौल बनाने का काम हो रहा है. बीजेपी राम मंदिर निर्माण को कैश कराने में लगी हुई है. ऐसे में अब कांग्रेस ने भी अपना राम प्रेम जाहिर करना शुरू कर दिया है और यही कारण है कि अब दिग्विजय सिंह भी खुलकर राम को आस्था का केंद्र बता रहे हैं.