UP : दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री का दावा- माफिया अतीक, मुख्तार की तरह राजा भैया के खिलाफ भी चल रही जांच

प्रतापगढ़ : सुनील भराला श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष और दर्जाप्राप्त राज्य मंत्री हैं. सुनील भराला ने बताया कि सरकार में राजा भैया पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है. जाच कराई जा रही है कि कहीं अवैध कब्जा तो नहीं है? सरकारी जमीन तो कहीं नहीं दबाई गई है?



प्रतापगढ़. उत्तर प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सुनील भराला ने सूबे के पूर्व कैबिनेट मंत्री और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को माफ़िया करार दिया है. प्रतापगढ़ में योगी सरकार द्वारा माफिया अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी पर कार्रवाई की चर्चा करने के दौरान सुनील भराला ने राजा भैया को भी माफ़िया गुंडा बताते हुए उनके ऊपर भी शिकंजा कसने की बात कही. कुंडा के डाक बंगले में मीडिया से सुनील भराला ने बताया कि सरकार में राजा भैया पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है. सरकार द्वारा जाच कराई जा रही है कि कहीं अवैध कब्जा तो नहीं है? सरकारी जमीन तो कहीं नहीं दबाई गई है? सुनील भराला ने कहा कि इन सब जांच के लिए हमारे अधिकारी लगे हुए हैं.

इस सरकर में कोई गुंडा, माफिया नहीं बचेगा

उन्होंने कहा कि यूपी में राजा भैया ही नही बल्कि कोई भी गुंडा, माफिया इस सरकार में नही बचेगा. जिनको लोग बडा कहते थे, हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. अभी तक माफियाओं की 266 करोड़ रुपये की संपत्ति पर बड़ी कार्रवाई की गई है.
बता दें सुनील भराला श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष और दर्जाप्राप्त राज्य मंत्री हैं. उन्हें कुंडा, बाबागंज विधानसभा 2022 के चुनाव का प्रभारी भी बनाया गया है. कुंडा पहुचे राजमंत्री ने इस दौरान बहेरिकपुर स्थित एक कॉलेज में भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक किया, साथ ही बूथ सेक्टर और बूथ प्रभारियों के साथ 2017 में मिली हार की समीक्षा भी की. इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्रा, भाजपा नेता शिव प्रकाश मिश्र, भूपेंद्र शुक्ल समेत कई भाजपा के नेता मंत्री के साथ मौजूद थे.


क्या सच में हो रही ऐसी कार्रवाई?

प्रतापगढ़ में राजा भैया को माफिया शब्द से नवाजने के बाद यह सवाल खड़ा हो रहा है क्या वाकई उनके खिलाफ जांच शुरू हो गई है. बता दें भाजपा सरकार में अभी तक राजा भैया के खिलाफ किसी भी प्रकरण के जांच का मामला प्रकाश में नही आया है. न ही अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई की बात कभी सामने आई है. मंत्री सुनील भराला दावे की हकीकत के सामने आने का लोगों को इंतजार है. बता दें पिछले दिनों भाजपा सरकार में राजा भैया के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने की चर्चा खूब चली थी लेकिन सरकार ने इससे इनकार कर दिया था.

दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री के बयान से राजा भैया समर्थकों में आक्रोश

उधर राजा भैया को माफिया कहने पर उनके समर्थकों में आक्रोश है. राजा भैया के समर्थक सोशल मीडिया के जरिये राज्यमंत्री पर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हें. वे उन पर सस्ती लोकप्रियता के लिए राजा भैया को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप भी लगा रहे हैं.