योगी सरकार की ओर से शुक्रवार को इस मामले में कार्रवाई करते हुए भले ही SP-DSP समेत 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिया गया हो लेकिन जिलाधिकारी पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
नई दिल्ली. हाथरस गैंगरेप को लेकर पुलिस की अब तक की कार्रवाई को देखने के बाद पूरे देश में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. लोगों के बीच घटना के बाद पीड़ित परिवार को पुलिस और प्रशासन की ओर से दी जा रही धमकी को लेकर काफी नाराजगी है. हाल ही में हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार का एक वीडियो वायल हुआ है, जिसमें वह पीड़ित परिवार को धमकाते हुए दिखाई दे रहे हैं. डीएम के इस रवैये से नाराज कुछ लोगों ने शुक्रवार को जयपुर स्थित उनके आवास के बाहर कचरा फेंक दिया.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की के साथ गैंगरेप घटना के बाद एक ओर जहां राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर लगातार हमलावर हैं वहीं अब सोशल मीडिया पर भी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. योगी सरकार की ओर से शुक्रवार को इस मामले में कार्रवाई करते हुए भले ही SP-DSP समेत 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिया गया हो लेकिन जिलाधिकारी पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस बात से नाराज कुछ लोगों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी प्रवीण कुमार के जयपुर स्थित मकान के बाहर कूड़ा डाल दिया.
वैशालीनगर के पुलिस उपाधीक्षक राय सिंह बेनीवाल ने बताया कि घटना की तहकीकात की जा रही है और उपद्रवियों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस के मुताबिक अभी तक नहीं है कि यहां वैशाली नगर इलाके में हाथरस के जिला मजिस्ट्रेट प्रवीण कुमार के घर पर कौन मौजूद था.
14 सितंबर को दलित लड़की के साथ हुआ था बलात्कार
गत 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया गया था. लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले उसे अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल लाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी.