हाथरस केस :सीबीआई जाँच नहीं चाहता मृतक का परिवार - बेटी को याद कर भावुक हुईं मां, बोलीं- घर से बाहर गई तो फिर वापस नहीं लौटी

Hathras Case: पीड़ि‍ता की मां ने कहा कि काफी मिन्‍नतों के बाद भी मुझे अपनी बेटी को आखिरी बार देखने नहीं दिया गया. उन्‍होंने स्‍पष्‍ट कहा कि वह सीबीआई (CBI) जांच नहीं चाहती हैं.



हाथरस कांड को लेकर सभी राजनीतिनक पार्टियों ने अपने स्तर पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. उधर, पीड़िता की मां सोमवार को बेटी को याद करके भावुक हो गईं. मीडिया से बातचीत में पीड़िता की मां ने बताया कि बेटी ने मुझे आखिरी बार कहा था कि मुझे घर लेकर चलो मैं ठीक हो जाऊंगी. पीड़ि‍त मां ने बताया कि बेटी आटा गूंथ कर गई थी और बोली तोरई की सब्जी बनाना. बेटी जल्दी वापस घर लौटने की बात कहकर घर से बाहर गई थी, लेकिन लाश के रूप में वापस लौटी. उसे आखिरी बार देखना भी नसीब नहीं हो सका. फिलहाल परिवार इस घटना की न्यायिक जांच और जिला मजिस्ट्रेट पर कार्रवाई चाहता है. पीड़िता के भाई ने कहा कि अस्थियां विसर्जित नहीं की जाएंगी, जब तक आरोपियों को फांसी पर नहीं लटकाया जाएगा. उन्होंने जिलाधिकारी प्रवीण कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्‍हें इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया.

'हम सीबीआई जांच भी नहीं चाहते?'


इससे पहले दिवंगत 19 वर्षीय युवती की माँ ने कहा कि उनकी मौत के बाद पुलिस ने उनकी बेटी का शव नहीं सौंपा. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में जांच की मांग की और कहा कि परिवार को एसआईटी या सीबीआई पर भरोसा नहीं है. मां ने कहा, 'इन लोगों ने मुझे भीख मांगने के बाद भी अपनी लड़की का शरीर नहीं देखने दिया. हम सीबीआई जांच भी नहीं चाहते हैं. हम चाहते हैं कि मामले की जांच सर्वोच्च न्यायालय के जज के अधीन हो. हम नार्को टेस्ट क्यों कराएं, हमने अपना बयान कभी नहीं बदला.'

'उस रात किसके शव का अंतिम संस्कार किया गया?'


मीडिया से बात करते हुए पीड़िता की भाभी ने कहा, 'सबसे पहले पुलिसवालों को स्पष्ट करना चाहिए कि उस रात किसके शव का अंतिम संस्कार किया गया था. वह हमारी लड़की का शरीर नहीं था, हमने इसे नहीं देखा. हम नार्को टेस्ट क्यों कराएं? हम सच कह रहे हैं, हम न्याय मांग रहे हैं. डीएम और एसपी का नार्को टेस्ट हो. यही लोग झूठ बोल रहे हैं.'


परिवार का बड़ा आरोप


हाथरस में कथित तौर पर सामूहिक 'दुष्कर्म' की शिकार हुई लड़की के परिवार ने बुधवार को आरोप लगाया कि पुलिस ने रात में जबरन उनकी बच्ची का अंतिम संस्कार करा दिया. स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने पीटीआई-भाषा को दिए बयान में कहा कि अंतिम संस्कार परिवार की इच्छानुसार किया गया.

हैवानियत की सभी हदें पार


बता दें 14 सितंबर को युवती के साथ गांव के ही चार लोगों ने कथित तौर पर गैंगरेप किया और फिर जान से मारने की नियत से युवती की गला दबाकर हत्या की कोशिश की थी. युवती के साथ हैवानियत की सभी हदें पार कर दी गई थीं. मामले में पुलिस ने सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.